कोरोना वायरस (noval Corona Virus or nCoV) क्या है जाने संघ लोक सेवा आयोग प्रशासनिक सेवा परीक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण तथ्य

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दिसंबर में चीन के वुहान में कोरोना वायरस का प्रकोप छाया हुआ है। कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण अब तक लगभग 20,438 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं जबकि करीब 420 लोगों की मौत हो चुकी है। यह वायरस चीन से निकलकर एशिया के दूसरे देशों में पहुंच रहा है। कोरोना वायरस जो चीन में तेजी से फैलता जा रहा है। जो भारत में आने का भी खतरा है। तथा विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरेना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए लोगों से कुछ सावधानियां बरतने को कहा है। अब तक इस कोरोना वायरस से पीड़ितों के मामले जापान थाईलैंड और दक्षिण कोरिया के सामने आया है। महाराष्ट्र में भी दो मामले दर्ज किए गए हैं, पूरी दुनिया में इस कोरोना वायरस को लेकर कई देशों में हाहाकार मचा हुआ है। लोगों को इस वायरस से अलर्ट किया जा रहा है। यह वायरस चीन में बड़ी संख्या में फैला हुआ है। तथा दूसरे लोगों के संपर्क में आने पर तेजी से फैल रहा है। कोरोना वायरस की भारत में आने की चिंता बढ़ती जा रही है। भूटान म्यामार यहां तक कि अमेरिका में भी इसका विस्तार देखा जा रहा है। जो भारत को भी सीधे तौर पर प्रभावित कर रहा है। चीन से आने वाले लोगों द्वारा भारत के वासियों को उससे बचाने के लिए एक चुनौती बन गई है।

तो आइए जानते हैं क्या होता है। कोरोनावायरस और इसके लक्षण क्या होते हैं जो आमतौर पर लोगों की जान लेने पर उतारू हो गया है।

कोरेना वायरस(nCoV) क्या है। साथ ही जानेंगे इसके लक्षण,

कोरोना वायरस प्रकार का संक्रमित वायरस होता है। यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में पहुंचने के अवसर ज्यादा दिखाई पड़ते हैं यह वायरस तुरंत विशाल रूप लेने में देरी नहीं करता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बताया है। कि इस तरह की होते हैं कोरोना वायरस की शुरुआत जानवरों से होकर सीधा मनुष्य से संपर्क साधा यह वायरस सबसे पहले समुद्री जंतुओं में पाया गया यह सूत्रों से मिली जानकारी है। जिससे समुद्र के किनारे बसे लोगों में फैला जो चीन के वुहान शहर के समुद्र तट में दिखाई दिया जीवो के संपर्क में आने पर तथा वहां मिले मांस को खाने से यह फैला हुआ है। यह स्पष्ट नहीं है। कि वहां कोरोना वायरस कितना घातक होगा विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सभी देशों को निर्देश जारी किए की इससे निपटने के लिए किस तरह से तैयारी करें लोगों की निगरानी कैसे रखी जाए मरीजों का इलाज कैसे किया जाए तथा इससे बचाव के लिए विभिन्न प्रकार की उपाय सुझाए गए हैं कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं जो आपको जानी चाहिए कोरोनावायरस के बारे में

अंतरराष्ट्रीय चिंता वाली सार्वजनिक स्वास्थ्य एमरजेंसी घोषित

सार्वजनिक स्वास्थ्य एमरजेंसी क्या है?

अंतरराष्ट्रीय चिंता वाली सार्वजनिक स्वास्थ्य एमरजेंसी की घोषणा के तहत यूएन स्वास्थ्य एजेंसी कुछ अस्थाई सिफ़ारिशें जारी करती है.

ये अनुशंसाएं बाध्यकारी नहीं होती हैं लेकिन व्यावहारिक व राजनैतिक रूप से ऐसे उपायों के रूप में होती हैं जिनसे यात्रा, व्यापार, मरीज़ को अलग रखे जाने, स्क्रीनिंग व उपचार पर असर पड़ता है.

साथ ही यूएन एजेंसी इस संबंध में वैश्विक मानक स्थापित कर सकती है.

संगठन के महानिदेशक ने चिंता जताई है कि इस वायरस के उन देशों में फैलने की आशंका है जहां स्वास्थ्य प्रणाली अपेक्षाकृत कमज़ोर हैं और ऐसी आपदा से निपटने के लिए तैयार नहीं हैं.

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक टैड्रोस एडेहेनॉम घेबरेयेसस ने चीन सहित अन्य देशों में नॉवल कोरोनावायरस के मामले लगातार सामने आने के मद्देनज़र उसे अंतरराष्ट्रीय चिंता वाली सार्वजनिक आपात स्थिति घोषित कर दिया है.

कोरेना वायरस के लक्षण

यह वायरस लोगों में तेजी से फैल रहा है। जिसके लक्षण कुछ इस तरह से दिखाई पड़ते हैं

  • साधारण तौर पर आम सर्दी के समान लक्षण सांस लेने में तकलीफ
  • नाक बहना
  • गले में खराश
  • सिर दर्द, खांसी, बुखार शामिल है।
  • ये संक्रमण हालत बिगड़ने पर न्यूमोनिया की वजह बन सकता है जिससे किडनी ख़राब होने के अलावा मौत तक हो सकती है.

जिन लोगों में रोगों से लड़ने की क्षमता कब होती है। अर्थात कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले व्यक्ति को यह वायरस घातक है। छोटे बच्चे तथा बुजुर्ग इसके संपर्क में जल्दी आने की आशा जताई जा रही है। MERS और SARS कोरोना वायरस के रूप हैं MERS यह पहली बार 2012 में मध्य पूर्व देशों में फैला हुआ था इससे सांस लेने में तकलीफ आती है। तथा इससे संक्रमण हर 10 में से 4 रोगियों की मृत्यु हो गई थी SARS यह गंभीर किस्म का वायरस होता है। तथा इसमें गंभीर लक्षण देखे जाते हैं यह वायरस पहली बार चीन के गुआंगडोंग शहर में देखा गया था इस वायरस के लक्षण में दस्त लगना थकान सांस में तकलीफ जैसे लक्षण शामिल है।

कोरोना वायरस की संक्रमण के उपचार

अभी तक इस संक्रमण से उपचार करने का कोई इलाज नहीं है। ज्यादातर लक्षण अपने आप ही चले जाते हैं ऐसा देखा गया है। सिर दर्द जुकाम खांसी के उपचार के लिए डॉक्टरों द्वारा दवाइयां दे जा सकती है। तथा मरीजों को इससे बचाव के लिए सलाह दी जा रही आराम करें पानी तथा तरल पदार्थों का सेवन अधिक करें ज्यादातर ऐसे लक्षण होने पर डॉक्टरों का इलाज अवश्य लें

कोरोना वायरस से बचने के उपाय

कोरेना वायरस से बचने के लिए अभी तक कोई सटीक उपाय नहीं खोजा गया है। लेकिन बता दे की इससे बचने के लिए हमें खुद सावधानी बरतनी होगी बीमार लोगों से दूर रहकर इस संक्रमण को अपने आप से दूर रख सकते हैं अपनी आंख, कान, मुंह तथा पूरे शरीर को छूने से पहले हाथों को साफ करना जरूरी है। हाथों को अच्छे से साबुन तथा डिटोल जैसे प्रोडक्ट का इस्तेमाल कर इन लोगों से दूरी बनाई जा सकती है। भीड़ से बचने का प्रयास करना चाहिए तथा दूसरों के संपर्क में ना आने का प्रयास करें किसी के खाने पीने या उसके द्वारा कोई वस्तु स्पर्श किए जाने पर वस्तुओं से दूर रहे साथ ही अपने मुंह पर और ना कपड़े द्वारा ढकने की कोशिश करें यह वायरस गर्भवती महिलाओं में ज्यादा देखने को मिल रहा है। ज्यादा से ज्यादा कहीं पर जाने पर अपने मुंह तथा ना को ढक्कन चलने की आवश्यकता है। कोरोना वायरस बिल्ली कुत्ते तथा अन्य जानवर में फैलने से वह वायरस मनुष्य के संपर्क में तुरंत आ सकता है। 2011 की अध्ययन के अनुसार बिल्लियों में संक्रमण तथा कुत्तों में भी यह पाया गया है। जो सीधे तौर पर मनुष्य को प्रभावित करते हैं

With Inputs of United Nation official website: un.org

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